फिलहाल कंसलटेंसी के लिए टेंडर का कार्य पूरा हो चुका है। केंद्रीय मंत्रालय की मंजूरी मिलते ही लगभग 50 किलोमीटर फोरलेन निर्माण की डीपीआर कंसलटेंसी लेने वाली कंपनी तय करेगी। प्रदेश के नेशनल हाई-वे विभाग द्वारा पांवटा साहिब में सात किलोमीटर के करीब फोरलेन का कार्य पूरा किया जा चुका है। मगर बताया जा रहा है कि एनएच-07 फोरलेन बवेजा पेट्रोल पंप से यमुना की तरफ बाइपास होगा। यमुना नदी पर भी नए ब्रिज का निर्माण होगा। इसे फोरलेन के जरिए हरियाणा के यमुनानगर से भी जोड़े जाने का खाका तैयार हो रहा है।
गौरतलब है कि पहले एनएच-72 अंबाला-देहरादून था। बाद में इसका नाम बदलकर एनएच-07 हो गया है। इसका जीरो माइल स्टोन पंजाब के फाजिल्का से है यानी यह हाई-वे पाकिस्तान की सीमा से शुरू हो रहा है। बता दें कि हिमाचल की राजधानी से उत्तराखंड की राजधानी की शॉर्ट दूरी वाया नाहन व पांवटा साहिब ही है। ऐसा भी माना जा रहा है कि पांवटा साहिब के बवेजा पेट्रोल पंप से आगे के हाई-वे को कुछ सालों बाद स्टेट पीडब्ल्यूडी को भी सौंपा जा सकता है, क्योंकि असल फोरलेन डायवर्ट किया जा रहा है। कुम्हारहट्टी से नाहन तक फिलहाल इंटरमीडिएट रोड है, लेकिन इसे भी नेशनल हाई-वे का दर्जा मिल चुका है। कंसलटेंस के टेंडर मंजूरी को भेजे गए हैं। (एचडीएम)
जल्द तैयार होगी डीपीआर
नेशनल हाई-वे के अधिशाषी अभियंता अनिल शर्मा ने बताया कि देहरादून से पांवटा साहिब कस्बे तक फोरलेन कार्य के लिए लगभग 1093 करोड़ की मंजूरी की जानकारी मिली है। केंद्रीय मंत्री के ट्वीट के जरिए ही पता चला था। कंसलटेंसी के टेंडर हो चुके हैं। मंजूरी मिलते ही डीपीआर का कार्य शुरू हो जाएगा।