नाइट ड्यूटी पर तैनात चौकीदार ने तुरंत आग लगने की सूचना अग्निशमन विभाग और एचआरटीसी के उच्च अधिकारियों को दी। आनन-फानन में कतार में लगी चार अन्य बसों को निगम के चालकों ने हटा दिया। जिससे अन्य बसें आग की चपेट में आने से बच गईं।
आग लगने की सूचना मिलते ही एचआरटीसी के प्रबंध निदेशक संदीप कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक शिमला लोकल विनोद शर्मा, क्षेत्रीय प्रबंधक मुख्यालय देवा सिंह नेगी व अन्य अधिकारी वर्कशॉप पहुंचे। प्रबंध निदेशक संदीप कुमार ने बताया कि अग्निकांड में एक पुरानी बस जलकर राख हुई है, कितनी संपत्ति का नुकसान हुआ है यह आकलन के बाद ही कहा जा सकेगा। घटना के कारणों की जांच की जाएगी।
जानकारी के अनुसार वर्कशॉप में रखे बसों के पुराने टायरों ने आग पकड़ी और तेजी से फैल गई। अग्निशमन के चार वाहनों ने मौके पर कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आग की सूचना मिलते ही नगर निगम शिमला के उप महापौर शैलेंद्र चौहान भी मौके पर पहुंचे।