महाजन ने निक्का का नाम लिए बिना कहा कि भाजपा के महामंत्री जनसभाओं में यह आरोप लगा रहे हैं कि पठानकोट से आकर चुनाव लड़ते हैं, क्षेत्र में जगह-जगह घर बनाते रहते हैं। महाजन ने कहा कि नूरपुर विस क्षेत्र उनके पिता स्वर्गीय सत महाजन की राजनीतिक भूमि है। महाजन ने कहा कि उनके परिवार ने आर्य समाज, आर्य कालेज नूरपुर को दान किया।
क्षेत्र में कई कल्याणकारी कार्य करवाए। नूरपुर विस क्षेत्र उनका परिवार है तथा भूमि पर उनका अधिकार है। मैं कहीं भी घर बनाऊं, महामंत्री को क्या तकलीफ है। महाजन ने जिला भाजपा महामंत्री को सलाह दी कि राजनीति का स्तर इतना नीचे न गिराएं।
एडीसी दफ्तर क्यों वापस नहीं लाए पठानिया
महाजन ने वन मंत्री राकेश पठानिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनावों के नजदीक आते ही पठानिया को जिले की याद आ जाती है। कांग्रेस हमेशा जिलों का समर्थन करती है लेकिन चुनावों के समय बनने वाले जिले राजनीतिक स्टंट होता है।
महाजन ने कहा कि वन मंत्री अक्सर कहते हैं कि वर्ष 2002 में धूमल सरकार में चुनावों के दौरान नूरपुर में एडीसी कार्यालय खोला गया था जो कांग्रेस ने सत्ता में आते ही उठा दिया। महाजन ने कहा कि पठानिया मंत्री हैं तो उक्त एडीसी कार्यालय को क्यों नहीं वापस नूरपुर ले आए।