सीएम जयराम ने कहा कि प्रदेश में खेलों की बेहतरी के लिए उनकी सरकार प्रयासरत है। हिमाचल के खिलाड़ी खेलों में भाग लेने के साथ-साथ विजेता बनकर आगे आए हैं जो इसके सार्थक परिणाम हैं। वहीं कॉमनवेल्थ व ओलंपिक गेम्स में बेटियों के बेहतर प्रदर्शन पर खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि बेटियों ने विश्व पटल पर देश का नाम रोशन किया है।
बता दें जिला में यह पहला अवसर है जब यहां पर नार्थ नोज स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में उत्तर भारत के 32 विश्वविद्यालयों से 384 महिला खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का दमखम दिखा रही हैं। इस प्रतियोगिता में 15 अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी भाग ले रही हैं जिनमें से 12 खिलाड़ी हिमाचल प्रदेश से संबंध रखती हैं। 4 दिवसीय इस प्रतियोगिता में 4 पूल होंगे, जिसमें नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे।
बता दें जिला में यह पहला अवसर है जब यहां पर नार्थ नोज स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। इस प्रतियोगिता में उत्तर भारत के 32 विश्वविद्यालयों से 384 महिला खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का दमखम दिखा रही हैं। इस प्रतियोगिता में 15 अंतरराष्ट्रीय महिला खिलाड़ी भाग ले रही हैं जिनमें से 12 खिलाड़ी हिमाचल प्रदेश से संबंध रखती हैं। 4 दिवसीय इस प्रतियोगिता में 4 पूल होंगे, जिसमें नॉकआउट मुकाबले खेले जाएंगे।
इन चार पूल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमें राष्ट्र स्तर पर राजस्थान में होने वाली प्रतियोगिता में अपने अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगी। प्रतियोगिता के शुभारंभ पर दो रोमांचक मुकाबले हुए पहले मुकाबले में भिवानी और हरियाणा दूसरे मुकाबले में दिल्ली और कानपुर की महिला खिलाड़ियों ने अपना दमखम दिखाया। जयराम ठाकुर ने सभी महिला खिलाड़ियों से अपील करते हुए कहा कि खेल को खेल भावना से खेलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वे स्वयं मंडी कॉलेज के विद्यार्थी रहे हैं और पड्डल के ऐतिहासिक मैदान से उनकी कई यादें जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में शिमला के बाद सबसे ज्यादा विद्यार्थी पढ़ते हैं, जिसके चलते प्रदेश सरकार ने मंडी में दूसरा विश्वविद्यालय खोलने की घोषणा की है।