नाचन वन मण्डल के अंतर्गत इलाके में वन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत के कारण अवैध खनन व पेड़ो का कटान हो रहा है। जिसके कारण सरकार को करोड़ो रूपये का चूना लग रहा है। सरकारी संपत्ति से निकलने वाले खनिजो को प्राइवेट लोगो को बेच कर मुनाफा खोर माफिया की जेब गर्म हो रही है। इस हाई प्रोफाइल मामले में चैल चौक पंचायत में फ़ूड एंड सिविल सप्लाई स्टोर के पास लगभग 15-18 बीघा खनन हुआ है जिसमे हजारों के हिसाब से पेड़ कटान हुआ है और करोड़ो मीट्रिक टन रेत बजरी निकाला गया है।
हैरानी की बात यह है कि कटान वाली जगह से फारेस्ट रेस्ट हाउस मात्र सौ मीटर की दूरी पर है तथा वन विभाग की पड़ताल चौकी चैल चौक में है। इतने बड़े मामले को बिना विभाग की मिली भगत से अंजाम देना नामुमकिन सा है अब यह मामला हाई प्रोफाइल बनता जा रहा है व बड़े लोगो के नाम उजागर होने वाले है यह तो अभी पुलिस व वन विभाग की जांच ही बताएगी।
कांग्रेस नाचन के प्रत्याशी लाल सिंह कौशल का कहना है कि वहाँ पर जो है पुरे का पूरा काम गैर कानूनी हो रहा है और अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने ये भी कहा है कि यहाँ से रेत की सप्लाई का काम भी हुआ है और दिन रात वहाँ पर अवैध कटान हुआ है उन्होंने खास तौर पर ये कहा है कि वो बहुत जल्द इस मामले के संदर्भ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे तथा महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन देंगे। उन्होंने मांग ही है मामले को सीबीआई के पास दिया जाए अन्यथा मामले की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाई जाए।
क्या कहते है नाचन वनमण्डलाधिकारी
वहाँ पर जो है 2018 में 0.14 हैक्टर भूमि जो वहाँ पर मुख्यमंत्री लोकभवन योजना के तहत सामुदायिक भवन के लिए दी थी पर वहां पर कटान ज्यादा हो गया था तो इसकी पुलिस कम्पलेट भी दर्ज करा दी गई है और जाँच चल रही है जो भी दोषी पाया जायेगा उस पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
इस बारे जब पुलिस स्टेशन में फ़ोन कॉल करके पता किया गया तो पुलिस का कहना था कि ऐसे मामलों में पुलिस की कानून कोई कार्यवाही नही बनती। जोकि कानून के अनुसार भी सही है। इस मामले में वन विभाग या खनन विभाग ही कार्यवाही कर सकता। पुलिस ऐसे मामलों में केवल प्रत्यक्ष अपराध दिखने पर ही कार्यवाही कर सकती है। वनमंडलाधिकारी इस मामले में सीधा टिकरा पुलिस के सिर फोड़ते नजर आ रहे है।
क्या कहते है मुख्य अरण्यपाल मंडी
इसके संदर्भ में उन्हें एक शिकायत पत्र प्राप्त हुआ है और उन्होंने वनमण्डलाधिकारी को लिखित रूप में कहा है कि मामले की छानबीन की जाए और जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।