डिपो संचालक से जरूरत पड़ने पर स्वैप कर लें सकेंगे कैश
डिपुओं में कॉमन सर्विस सैंटर की सुविधा शुरू होने के बाद उपभोक्ता डिपो संचालक से जरूरत पड़ने पर पॉस मशीन स्वाइप कर कैश भी ले सकेंगे। यानी डिपुओं में उपभोक्ताओं को बैंक कॉरसपोंडैंट की सुविधा मिलेगी। जिसमें डिपो संचालक अपनी स्वाइप मशीन से उपभोक्ता का एटीएम कार्ड स्वाइप कर कैश भी हासिल कर सकेंगे। जिसकी कमीशन भी डिपो संचालक को मिलेगी। इस सुविधा से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को सुविधा होगी और उन्हें नकद राशि निकालने के लिए बाजार या गांव से दूर नहीं जाना होगा। उन्हें उनके घर द्वार डिपो में ही कैश उपलब्ध हो जाएगा।
5 किलो के सिलैंडर भी रख सकेंगे डिपो संचालक
डिपुओं में कॉमन सर्विस सैंटर खुलने के बाद डिपुओं में 5 किलो के गैस सिलैंडर भी रख सकेंगे। हालांकि इसे रखने व बेचने के लिए डिपो संचालकों को बाध्य नहीं किया जाएगा लेकिन सैंटर खुलने के बाद वह यह बेच सकेंगे। जिसके लिए डिपो संचालकों को कंपनी की ओर से कमीशन भी मिलेगी और डिपो संचालक आर्थिक रूप से सक्षम होंगे।
डिपो संचालकों की डिमांड पर खोले जाएंगे सैंटर
स्टेट हैड सीएसएस हिमाचल अशोक चौहान ने बताया कि डिपुओं में लोकमित्र की तरह सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए डिपुओं में कॉमन सर्विस सैंटर खोले जाएंगे। इसमें सबसे मुख्य सुविधा यह होगी कि डिपो संचालक डी-जी पे एप की सहायता से बैंक कॉरसपोंडैंट की सुविधा दे सकेंगे। जैसे-जैसे डिपो संचालकों की डिमांड सैंटर खोलने के लिए आएगी। प्रदेशभर में यह सैंटर डिपुओं में खोले जाएंगे।