उन्होंने कहा कि अब जब धर्मशाला में यूनिवर्सिटी बनने की राह खुली है और कुछ छुटभैया नेता ने इसका स्टेट्टस पता कर लिया है, तो वह अपनी राजनितिक भूमि तलाशना शुरू हो गए हैं। जनता का विश्वास खो चुके ऐसे नेता अब भी केन्द्रीय विश्वविद्यालय के बहाने अपनी राजनितिक भूमि तलाश रहे हैं, लेकिन उन्हें नहीं पता है कि धर्मशाला की जनता समझदार है।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी को राजनीति का अखाड़ा बनाया गया है, लेकिन उन्होंने इमानदारी के साथ सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी की धर्मशाला में स्थापना को लेकर प्रयास किए हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों से सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी को राजनीति का अखाड़ा बनाया गया है, लेकिन उन्होंने इमानदारी के साथ सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी की धर्मशाला में स्थापना को लेकर प्रयास किए हैं।
ज्यूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और सी.पी.डब्ल्यू.डी. के बीच एम.ओ.यू. हो गया है और आज स्थिति यह है कि ज्यूलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की टीम दिन रात एक करके जदरांगल की भूमि का संक्षिप्त रिपोर्ट तैयार कर रही है, जिसके आधार पर जदरांगल में भवन निर्माण होगा. उन्होंने कहा कि आए दिन छुटभैया नेता धर्मशाला में ड्रामे करके लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
अब बाजार बंद की बात कही जा रही है। विधायक विशाल नैहरिया ने धर्मशाला की प्रबुद्ध जनता और व्यापारी वर्ग से अपील की है कि जो छुटभैया नेताओं के झांसे में न फंसे। यदि वह सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी बनाने के लिए प्रतिबद्ध होते, तो पिछले 10 साल से सोये न होते। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी का निर्माण धर्मशाला की जनता की जीत है, न कि हारे और नकारे नेताओं की जीत है।