भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन के फेज चार की फाइल तैयार कर एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) के लिए भेज दी गई है। फेज चार में बध्यात से आगे बरमाणा तक 11.1 किलोमीटर ट्रैक बिछाने के लिए वन भूमि पर पेड़ों की गिनती पूरी कर ली गई है। इस ट्रैक के लिए 1,043 पेड़ और बांस के 40 झुंड काटने पड़ेंगे।
नौ गांवों में भूमि का अधिग्रहण भी किया जाएगा।
वन मंडल अधिकारी (डीएफओ) बिलासपुर अवनी भूषण राय ने बताया कि चौथे फेज की एनओसी के लिए फाइल नोडल अधिकारी को शिमला भेज दी है। वहां से इस फाइल को भारत सरकार को भेजा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि उक्त रेल लाइन के वन भूमि में दूसरे व तीसरे फेज के निर्माण के लिए सर्वोच्च न्यायालय और प्रदेश सरकार की हरी झंडी मिल गई है। बध्यात तक 52.0 किलोमीटर कार्य तीन फेज में पूरा होना है।
चौथे फेज की एनओसी क्लीयर होने के बाद प्रशासन को सिर्फ निजी भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया ही पूरी करनी है। उत्तर रेल विकास निगम ने इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य 31 मार्च 2025 रखा है। लेकिन अभी तक इसका भूमि अधिग्रहण का 60 फीसदी कार्य ही पूरा हो पाया है।
देश के दो मुख्य राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में शामिल है यह रेल लाइन
भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी रेल लाइन और उदयपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला दोनों परियोजनाएं राष्ट्रीय प्रोजेक्टों में शामिल हैं। उत्तर रेलवे ने भी इस परियोजना को अपनी प्राथमिकता में शामिल किया है।
