यानी राज्य से जुड़े विषयों को लेकर मुख्यमंत्री आगामी केंद्रीय बजट के लिए अपने सुझाव देंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री केंद्रीय नेताओं से भी सत्ता-संगठन से जुड़े विषयों पर चर्चा कर सकते हैं, जिसके आधार पर आगामी समय में मंत्रिमंडल एवं संगठनात्मक स्तर पर फेरबदल हो सकता है।
राज्य सरकार के इस समय संतोष की बात यह है कि 4 उपचुनाव में हार के बाद भी आलाकमान का वर्तमान प्रदेश नेतृत्व पर भरोसा है, जिसका संकेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंडी रैली में दिया था। अब देखना यह है कि उम्मीदों पर खरा न उतरने वाले मंत्रियों, निगम-बोर्ड के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष एवं पार्टी पदाधिकारियों के स्तर पर आगामी समय में फेरबदल होता है या नहीं?
प्रधानमंत्री ने हमेशा दिया हिमाचल का साथ
जयराम ठाकुर ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा हिमाचल का साथ दिया है। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री के आगमन पर राज्य में साढ़े 11 हजार करोड़ रुपए के उद्घाटन-शिलान्यास एक साथ हुए।
इसी तरह 28 हजार करोड़ रुपए की दूसरी ग्राऊंड ब्रेकिंग भी हुई। उन्होंने कहा कि मंडी की रैली ऐतिहासिक रही है और बड़ी संख्या मेंं लोगों के आने के कारण असुविधा भी हुई, जिसका उन्हें खेद है। उन्होंने कहा कि वह बजट पूर्व होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए नई दिल्ली जा रहे हैं।