जानकारी के अनुसार उनको मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने भी फोन किया था, जिसके बाद उन्होंने अपना इस्तीफा वापस लेने तथा प्रदेश कार्य समिति की बैठक में शामिल होने की बात कही। इसके बाद परमार शिमला आए और उन्होंने बैठक में हिस्सा भी लिया। उनसे इस बारे जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि उनकी नाराजगी दूर हो गई है, ऐसे में अब उनकी किसी तरह की नाराजगी नहीं है।
उल्लेखनीय है कि कृपाल परमार ने भाजपा के शिमला मंथन से ठीक पहले प्रदेश उपाध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा देने की बात सोशल मीडिया के माध्यम से सांझा की थी, साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि पार्टी के स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं हो रही है लेकिन बड़े नेताओं के बात करने पर उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है।