उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने सात साल में देश में कोई राष्ट्रीय संपत्ति नहीं बनाई, उलटे कांग्रेस (Congress) द्वारा 70 साल में खड़े किए गए सार्वजनिक उपक्रमों और अन्य राष्ट्रीय संपत्तियों को मौजूदा सरकार बेचने पर तुली है. इसके जरिए मोदी सरकार अपने चंद चहेते उद्योगपतियों को लाभ देने में लगी है. वे शुक्रवार को शिमला (Shimla) में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रही थी।
रागिनी नायक ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार देश की जनता की गाढ़ी कमाई को निजी हाथों में सौंपने का काम कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं, करते उससे उलट हैं. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने चुनावों में कहा था कि वे देश नहीं बिकने देंगे, लेकिन अब देश की संपत्तियों को बेचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के दावे और वादे खोखले साबित हुए हैं और आज देश की विरासत पर हमला बोला जा रहा है. उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून बाद में बने, लेकिन निजी उद्योगपतियों को गोदाम पहले बनने लग गए और इससे केंद्र सरकार की कार्यप्रणाली को समझा जा सकता है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी सरकार बिना स्टेक होल्डर्स से बात किए देश की संपत्ति को बेच रही है और बिना किसी नियम के ही सारा कार्य हो रहा है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी मन की बात तो करते हैं, लेकिन जनता से कोई चर्चा नहीं करना चाहते. उनका कहना था कि केंद्र सरकार तो देश की सुरक्षा से भी समझौता कर रही है।
उन्होंने एनएमपी का जिक्र करते हुए कहा कि देश के नामी अर्थशास्त्री भी इस कदम को गलत बता रहे हैं, लेकिन कोई सुन नहीं रहा. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक उपक्रमों के निजी हाथों में जाने से वहां वहां काम करने वाले एससी और एसटी वर्ग को मिला आरक्षण भी समाप्त हो जाएगा और लाखों लोग बेरोजगार होंगे।
रागिनी नायक ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार देश विरोधी काम कर रही है. उनका कहना था कि देश की संपत्ति को बेचना देश विरोधी गतिविधि है और कांग्रेस इसके खिलाफ देशभर में लोगों को बीच जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मोदी सरकार के एनएमपी के खिलाफ आंदोलन करेगी और समाज के हर वर्ग के बीच जाकर उन्हें इस सरकार की असलियत बताएगी।
रागिनी नायक ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री कहती हैं कि देश की संपत्तियों को बेचने से 4 साल में 6 लाख करोड़ रुपए आएंगे और नरेंद्र मोदी कहते हैं कि 100 लाख करोड़ से देश का विकास होगा. उन्होंने कहा कि यह कैसे हो सकता है, जब आएंगे छह लाख करोड़ तो सौ करोड़ से विकास कैसे होगा. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह मोदी किसी जादू की छड़ी से इस राशि को लाएंगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने जनता से जो वायदे किए वे सब झूठे ही निकले।
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरएसएस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब वह खुद का सांस्कृतिक संगठन कहता है तो वह हर दिन राजनीतिक चर्चा में क्यों हिस्सा लेता है. कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों को लेकर पूछे गए सवाल पर रागिनी नायक ने कहा कि उनके चुनाव तो कोरोना के कारण स्थगित हुए हैं, लेकिन साथ ही पूछा कि आरएसएस में चुनाव की क्या प्रक्रिया है. क्यों संघ का सरसंघचालक ब्राह्मण के अलावा दूसरा नहीं बनता।