जब लड़की से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह पुणे में अपने माता-पिता के साथ रहती थी. उसने किसी दोस्त के साथ घर से चंडीगढ़ आने का प्लान बनाया था. उसके दोस्त ने मुंबई रेलवे स्टेशन पर मिलने के लिए कहा था।
लेकिन जब वह स्टेशन पर पहुंची, तो उसका दोस्त नहीं मिला. जिसके बाद एक ऑटो चालक ने उससे कहा कि वह स्टेशन के बाहर चले, उसे उसका दोस्त बुला रहा है।
ऑटो चालक उसे बाहर लेकर आया और पानी में कुछ नशीले पदार्थों को पिला दिया. इसके बाद वह उसे सुनसान जगह पर ले गया, जहां बारी-बारी से उसके साथ 12 लोगों ने दुष्कर्म किया।
इसके बाद आरोपी उसे मुंबई रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर तैनात कर्मचारी के पास छोड़ गए. आरोप है कि उस कर्मचारी ने भी कमरे में ले जाकर नाबालिग के साथ कुकृत्य किया और उसे चंडीगढ़ की टिकट थमा दी।
पुणे पुलिस को दी जानकारी नाबालिग ने बताया कि मुंबई में उसका संपर्क एक युवक से हुआ, जिससे उसकी अच्छी दोस्ती हो गई. इसके बाद वह अपने दोस्त के साथ मंगलवार को चंड़ीगढ़ पहुंची।
संगीता जंड ने बताया कि पहले तो उन्हें लगा कि लड़की घर से भागी है, लेकिन जब उन्होंने मामले में नाबालिग की काउंसलिंग कि तो मामले में एक के बाद एक खुलासा होता गया. इसके बाद उन्होंने पुणे पुलिस से मामले की जानकारी ली, तो पता चला कि वहां पर उक्त लड़की के गुमशुदा होने का मामला दर्ज किया गया है. इसके बाद सारी जानकारी पुणे पुलिस को दी गई।
8 लोगों को गिरफ्तार किया
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुणे पुलिस की टीम हवाई मार्ग से आकर नाबालिग लड़की को अपने साथ मुंबई लेकर गई. पुणे पुलिस ने अब तक इस मामले में 8 लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।