गांधीनगर। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। खबरों के मुताबिक रूपाणी दोपहर में करीब तीन बजे राजभवन राज्यपाल से मिलने पहुंचे और उसके बाद उनके इस्तीफे की खबरें बाहर आईं। संभावना जताई जा रही है कि रूपाणी अचानक ही त्यागपत्र देने को लेकर मीडिया के सामने अपनी बात रखेंगे। गुजरात में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इसके पहले ही उन्होंने पद छोडऩे का ऐलान कर दिया है। रुपाणी के इस्तीफे ने गुजरात में सियासी सरगर्मी बढ़ा दी है। उनके उत्तराधिकारी को लेकर भी अटकलें बढऩे लगी हैं।
गौरतलब है कि अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात जैसे कई राज्यों में विधानसभा चुनावों का सामना करना है। गुजरात में बीजेपी दो दशकों सेभी ज्यादा वक्त से सत्ता में है. इस बीच रूपाणी का इस्तीफा हुआ है. इससे पहले उत्तराखंड में भाजपा ने मुख्यमंत्री बदला था। पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था, लेकिन बहुत कम समय में ही उन्हें हटाकर पुष्कर धामी को कमान सौंपी गई। कर्नाटक में भी बीजेपी ने वयोवृद्ध नेता बीएस येदियुरप्पा की जगह बोम्मई को कमान सौंपी है।
बीजेपी में उम्र को देखते हुए सत्ता में बदलाव को लेकर कई बार पहल देखी गई है। हालांकि येदियुरप्पा की उम्र 78 साल थी और विजय रूपाणी 65 साल के ही हैं। गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह नगर है औऱ ऐसे में वहां सत्ता में अपनी पकड़ बनाए रखना बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का विषय है। हालांकि रूपानी के इस्तीफे की सही वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है. रूपाणी हालिया वक्त में बीजेपी के चौथे मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें इस्तीफा देना पड़ा है।
बीएस येदियुरप्पा ने जुलाई में अपने पद से इस्तीफा दिया था, जबकि उत्तराखंड ने चार महीनों के भीतर दोहरा परिवर्तन झेला था। कोरोना काल की मुश्किलों के बीच अगले साल यूपी के साथ कई राज्यों में दोबारा सत्ता में वापसी बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है।