कुल्लू : हिमाचल प्रदेश(Himachal Pradesh) में कोई भी घोटाला नहीं हुआ है और प्रदेश के अधिकारी कैग(CAG) की रिपोर्ट का भी आकलन कर रहे हैं। बंजार दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में शब्दों का चयन सही तरीके से नहीं किया गया है। जिला कुल्लू के बंजार विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि रिपोर्ट पर जवाब देते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोई भी घोटाला नहीं हुआ है।
रिपोर्ट में शब्दों का चयन सही तरीके से नहीं किया गया है जिसके चलते यह स्थिति सामने आई है। कैग की रिपोर्ट में वित्त प्रबंधन को लेकर कुछ बातें कही गई है। जिसका प्रदेश सरकार के अधिकारियों के द्वारा उस पर विचार भी किया जा रहा है। हिमाचल प्रदेश में अभी तक कोई भी घोटाला(Scam) नहीं किया गया है और ना ही कोई घोटाला सामने आने वाला है। वहीं, विधानसभा में विपक्ष के सदस्यों के द्वारा विधानसभा अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने के मुद्दे पर भी सीएम जयराम ठाकुर ने विपक्ष के सदस्यों को खूब फटकार लगाई।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर(CM Jairam Thakur) का कहना है कि विधानसभा अध्यक्ष का पद एक गरिमा पूर्ण पद होता है और विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों भी बोलने का मौका दिया जाता है। ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष के पद पर टिप्पणी करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है। कांग्रेस के सदस्यों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए ताकि विधानसभा अध्यक्ष के पद की गरिमा भी बनी रह सके।
गौर रहे कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट में पशुपालन विभाग में 99.71 लाख रुपये जबकि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (HPU) में 1.13 करोड़ का गबन हुआ है। वही, स्कूल वर्दी के कपडे़ के परीक्षण में भी 1.62 करोड़ रुपये खर्च कर लैब को अनुचित लाभ पहुंचाया गया है।
सरकारी प्राप्तियों और लाभार्थी अंश को न तो रोकड़ बही में रेखांकित किया गया और न ही सरकारी खाते में जमा करवाया। इससे 99.71 लाख रुपये का गबन हुआ। शिक्षा विभाग की निगरानी की कमी से स्टाफ क्वार्टर यानी कर्मचारी आवास गृह में नागरिक सुविधाओं को नामंजूरी दी गई, जिससे यह 49 महीने से अधिक वक्त तब बंद रहा। इससे 2.27 करोड़ (Crore) रुपये का अनावश्यक व्यय हुआ है। आपदा के लिए रखी 14.69 करोड़ की राशि का भी दुरुपयोग किया गया है।