अभिनक्ष बीते मंगलवार को शाम साढ़े 6 बजे से घर से लापता हो गया था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट धर्मशाला के पुलिस स्टेशन(Police Station) में उसी दिन दर्ज करवा दी गई थी. हालांकि, स्थानीय स्तर पर अभिनक्ष की तलाश के लिये युवाओं ने अलग-अलग टोलियां बनाकर खोजना शुरू कर दिया था, जिसमें होम गार्ड(Home Gaurd) के जवान भी शामिल थे, बावजूद इसके उन्हें कोई सफलता हासिल नहीं हो पाई थी।
दूसरे दिन बुधवार सुबह को धर्मशाला पुलिस स्टेशन से डीएसपी बलदेव दत्त शर्मा और एसएचओ राजेश कुमार की ओर से भी इस तलाशी अभियान में शरीक होते हुये ड्रोन कैमरों के जरिये खोजबीन शुरू कर दी, इतना ही नहीं इस पूरे तलाशी अभियान में खोजी कुत्तों की भी मदद ली गई, हालांकि, बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा था और तमाम टीमों को महज मायूसी ही हाथ लगी. देर रात तक तलाशी अभियान चलता रहा और गुरुवार सुबह से ही तलाशी अभियान जारी था।
जब गांव के लोगों ने जंगल-नाले, शहर, बस स्टॉप, स्टैंड इधर-उधर हर जगह तलाश कर ली तो फिर दोबारा घर से टोह लेते हुये कुछ ग्रामीणों ने अपने स्थानीय स्तर पर ठेठ अंदाज को अपनाते हुये तलाशी अभियान शुरू किया. घर से महज़ सौ मीटर की ही दूरी पर अभिनक्ष को नाले में गिरे हुये देखा, जिसका शरीर पूरी तरह से ठंडा हो चुका था, सांसे उखड़ चुकी थी. उन्होंने पुलिस की इतलाह दी, पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर उसे धर्मशाला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है, बच्चे के शव का शुक्रवार को पोस्टमार्टम करने के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा. बच्चे के मिलने की पुष्टि एसएचओ धर्मशाला राजेश कुमार ने की है. बता दें बच्चा मानसिक रूप से ठीक नहीं था और बोल भी नहीं पाता था।