बिलासपुर : हिमाचल पथ परिवहन निगम के प्रशिक्षित परिचालकों ने भारतीय जनता पार्टी पर 2017 में विश्वास करकेे पार्टी को समर्थन दिया था। जैसे ही सरकार बनी उसकेे बाद इस सरकार ने प्रशिक्षित परिचालकों ने तुरंत बाहर का रास्ता दिखा दिया ।
इस वर्तमान सरकार ने चुनावों से पहले कहा था कि जैसे सरकार बनेगी एचआरटीसी के प्रशिक्षित परिचालकों के लिए स्थाई रोजगार नीति बनाई जाएगी ।
जब सरकार ने प्रशिक्षित परिचालकों को बाहर का रास्ता दिखाया उसके बाद शिमला में कई दिनों तक हड़ताल चलती रही उस दौरान भी सरकार ने यही आश्वासन दिया की प्रशिक्षित परिचालकों के लिए स्थाई रोजगार नीति बनाई जाएगी ।
परंतु आज तक वो स्थाई रोजगार नीति पता नहीं कौन सी फाइलों में दबी हुई है ? इस वर्तमान सरकार ने प्रशिक्षित परिचालकों ने साथ विश्वासघात किया । आज इतना समय बीत जाने पर भी इस सरकार के द्वारा कोई स्थाई रोजगार नीति नहीं बनाई गई ।
जिस प्रकार से यह गलती इस पार्टी पर विश्वास करके 2017 में हुई थी यह प्रशिक्षित परिचालक दोबारा नहीं करेंगे । इस बात का खामियाजा जयराम सरकार को 2022 के चनावों में भुगतना पड़ेगा ।