पूर्व सीएम के बेटे और कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने फेसबुक पर लिखा, “हमारी संस्कृति और सभ्यता हमें यह नहीं सिखाती, हमें एक जनप्रतिनिधि से यह उमीद नहीं थी, वह भी हिमाचल विधान सभा के उपाध्यक्ष से.” इसके अलावा, विक्रमादित्य सिंह ने लिखा कि श्री हंस राज जी, विधायक के घर में संस्कारों की कमी लगती है. हमारी संवेदनाएं. बता दें कि कुछ माह पहले विधानसभा परिसर में राज्यपाल से बदसलूकी पर विक्रमादित्य सिंह और हंसराज में लगातार तीखी बयानबाजी होती रही थी. अब दोनों फिर आमने-सामने हैं।
फेसबुक लाइव के दौरान हंसराज ने कहा कि मेरी बातों को सोशल मीडिया में बेवजह तूल दिया जा रहा है. हालांकि, वह अब भी अपने बयान पर अडिग हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पूरे प्रदेश में अच्छे और प्रभावशाली नेता रहे हैं. मैंने उन्हें सदा ही आदर दिया. उपाध्यक्ष ने कांग्रेसी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि वे या तो किसी बोली का शुद्ध अंतकरण कर लें या सीख लें. हंसराज ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कांग्रेस पार्टी की धुरी रहे हैं, जिस कारण कांग्रेस कई बार सरकार बनाने में भी सफल रही. अब कांग्रेस खेमे में हलचल है, जिसे मैंने छिंज का नाम दिया, क्योंकि कांग्रेस वर्तमान में अलग-अलग धड़ों में राग अलाप रही है।
वीडियो के अनुसार, चंबा के चुराह से विधायक हंस राज हाल ही में एक मंडली के साथ चुराम में मुखातिब हुए. फेसबुक लाइव में वह स्थानीय भाषा में बात कर रहे हैं. इसमें वह कहते हैं कि इनको लगता है कि कांग्रेस आएगी? लेकिन कांग्रेस कहां से आएगी, जो एक उम्मीद थी, वो कल-परसों खत्म हो गई. वीरभद्र सिंह चला गया. अब उनके यहां छिंज (कुश्ती प्रतियोगिता) छिड़ जाएगा. बता दें कि आठ जुलाई 2021 को वीरभद्र सिंह का बीमारी के चलते शिमला में निधन हो गया था।