बारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम तैयार करने के लिए हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने अपना फार्मूला तैयार कर लिया है। पांच बिंदुओं पर आधारित सीबीएसई के फार्मूले में बोर्ड ने तीन नए बिंदु शामिल किए हैं। अप्रैल में हुई अंग्रेजी विषय की परीक्षा सहित फर्स्ट और सेकेंड टर्म की परीक्षाओं के अंक भी वार्षिक परिणाम में शामिल किए जाएंगे। इसके अलावा सीबीएसई की ओर से तय इंटरनल असेसमेंट, प्रेक्टिकल/प्रोजेक्ट वर्क, दसवीं और जमा एक कक्षा की परफार्मेंस सहित 12वीं के प्री बोर्ड के अंकों को शामिल किया जाएगा।
शनिवार को स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष और सचिव ने मनाली जाकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के साथ इस प्रस्ताव को साझा किया। अगले सप्ताह इस बाबत अधिसूचना जारी की जाएगी। पहले दसवीं कक्षा का परिणाम जारी किया जाएगा। इसके बाद बारहवीं कक्षा का परिणाम निकाला जाएगा। सीबीएसई ने बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट में 12वीं कक्षा के अंक निर्धारित करने का फार्मूला बताया था।
सुप्रीम कोर्ट से मंजूरी मिलने के बाद हिमाचल प्रदेश में भी इस फार्मूले पर मंथन शुरू हो गया था। इसी कड़ी में शनिवार को स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से मनाली जाकर शिक्षा मंत्री को इस संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी गई। बोर्ड अध्यक्ष सुरेश सोनी और सचिव अक्षय सूद ने बताया कि शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा परिणाम से संबधित व्यापक, वस्तुनिष्ठ और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर ऐसा फार्मूला तैयार किया है, जिससे विद्यार्थियों का संपूर्ण मूल्यांकन सुनिश्चित हो।
स्कूल शिक्षा बोर्ड के अंक निर्धारण के लिए तय फार्मूले से नाखुश रहने वाले विद्यार्थी आने वाले दिनों में हालात सामान्य होते ही परीक्षाएं दे सकेंगे। सीबीएसई की तर्ज पर स्कूल शिक्षा बोर्ड भी ऐसे विद्यार्थियों को परीक्षा देने का मौका देगा।