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शिमला, 26 मई। अब एचआरटीसी हिमाचल से बाहर दूसरे राज्यों को भी ई-बसें भेजने की सोच रहा है। जानकारी के अनुसार ऐसी 30 विशेष इलैक्ट्रिक बसें खरीदी जा रही हैं जिनको चंडीगढ़ व अमृतसर के लिए भेजा जाएगा। यह विशेष बसें होंगी जिनको एक बार चार्ज करने पर वह 250 से 300 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। ऐसे में बार-बार चार्जिंग का झंझट भी नहीं रहेगा वहीं इसमें फॉस्ट चार्जिंग होगी। ऐसी बसों की खरीद करने को कंपनी को ऑर्डर दे दिया गया है और इससे पहले तकनीकी रूप से उनकी परख होगी। यानि एचआरटीसी की तकनीकी टीम खुद ट्रॉयल करेगी जिसके बाद बसों की खरीद हो सकेगी। अभी तक लंबी दूरी के रूटों पर केवल डीजल बसें ही चलाई जा रही हैं।
एचआरटीसी अब लंबी दूरी के रूटों पर ई बसों को चलाएगा। इसके लिए 30 ई बसों की खरीद की जा रही है। ये बसें एक बार चार्ज करने पर 250 से 300 किमी तक का सफर तय करेगी। जिस कंपनी को इन बसों का आर्डर मिला है उसके समक्ष अब ट्रॉयल की शर्त लगा दी गई है। निगम प्रबंधन की ओर से कंपनी को पत्र लिखा गया है। इसमें कहा गया है कि पहले बसों का ट्रायल करवाया जाए। ट्रायल में निगम इन बसों को उक्त रूटों पर चलाकर देखेगा। शिमला से धर्मशाला, चंडीगढ़, अमृतसर सहित अन्य रूटों पर बस का ट्रॉयल होगा।
हिमाचल में अभी इन रूटों पर डीजल बसें चलती है। प्रदेश की भौगौलिक परिस्थितियों के अनुरूप यह बसें ठीक है या नहीं इसको देखा जाएगा। इसके लिए बाकायदा एचआरटीसी के तकनीकी अधिकारियों की टीम निरीक्षण करने के लिए साथ जाएगी। यदि बस ठीक पाई जाती है तभी इसे खरीदा जाएगा। अन्यथा निगम इन बसों की खरीद नहीं करेगा। पिछले एक साल से राज्य सरकार ई बसों की खरीद के लिए प्रयास कर रही है जिसपर निगम ने हाल ही में 297 ई.बसों के लिए सप्लाई ऑर्डर जारी कर दिया है। ये सभी टाइप.वन बसें होगी। यह बसें बंगलूरू में बनेंगी। 9 महीने के भीतर कंपनी 50 फीसदी बसें बनाकर देगी जबकि 11 महीने के भीतर सभी ई.बसें मिल जाएंगी। इन बसों को हिमाचल के 18 डिपुओं में भेजा जाएगा जिससे पहले चार्जिंग स्टेशन तैयार करने को पत्र लिखा गया है। एचआरटीसी के बेड़े में 100 से 150 के करीब बसें ऐसी हैं जिनके इस साल 15 साल हो जाएंगे।
यानी इसके बाद इन्हें नहीं चलाया जा सकता। इसके अलावा कई बसें ऐसी हैं जो है तो 10 व 12 साल पुरानी लेकिन इनकी हालत खराब हो चुकी है। इनसे डैड माइलेज मिल रही है इसलिए निगम इन बसों को जल्द से जल्द बदलना चाह रहा है। इस साल निगम ने 45 बसों को अपने बेड़े से बाहर किया है जो पंद्रह साल पुरानी हो चुकी है। लंबी दूरी पर चलाने के लिए जिन बसों की खरीद की जाएगी उनमें कुछ विशेषताएं होंगी यानि यह बसें नॉन एसी होंगी तो वहीं इनकी क्षमता 40 से 42 सीटर होगी। साथ ही एक बार चॉर्ज करने पर 250 से 300 किलोमीटर का सफर तय करेंगी और इसमें फॉस्ट चार्जिंग की सुविधा होगी। यह बसें परखने पर खरी उतरती हैं तो फिर एचआरटीसी इनको खरीदने में देरी नहीं करेगा।