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सोलन। हिमाचल प्रदेश में बनी दवाओं के 36 सैंपल फिर फेल हो गए हैं। इनमें से 6 दवाएं बीबीएन में ही बनी हैं। बीबीएन में अभी तक कई दवाओं के सैंपल फेल हो चुके हैं। अब केंद्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन के अलर्ट जारी करने के बाद स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने ड्रग विभाग को कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
103 दवाओं के सैंपल फेल
CDSCO ने देशभर में 103 दवाओं के सैंपल फर्जी पाए हैं। इन दवाओं में दर्द निवारक, मानसिक रोग, एलर्जी, बुखार, अल्सर व संक्रमण समेत कई बीमारियों की दवाएं शामिल हैं। ये दवाएं बीबीएन, सोलन, कालाअंब, परवाणू और कांगड़ा जिला के संसारपुर टैरस में बनी हैं। इनमें से कुछ कंपनियों की दवाओं के सैंपल दो-दो बार फेल हो चुके हैं।
पहले भी फेल हो चुके हैं दवाओं के सैंपल
इससे पहले बीते साल अक्टूबर में हिमाचल प्रदेश में बनीं 23 दवाओं के सैंपल फेल हुए थे। ये दवाएं हार्ट अटैक, ब्लड शुगर और कैंसर के इलाज में काम आती थीं। उससे एक माह पहले पिछले सितंबर में CDSCO और राज्य ड्रग कंट्रोलर ने दवाओं के सैंपल लेकर लैब में जांच की थी। इसमें 49 में से 20 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए। वहीं ड्रग कंट्रोलर की जांच में 18 में से 3 सैंपल फेल हुए थे।
हाईकोर्ट ने रद्द की जमानत याचिका
पिछले दिसंबर में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने नकली दवा बनाने वाली बीबीएन की एक कंपनी मेसर्स ग्लेनमार्स के मालिक की जमानत रद्द कर दी थी। इस कंपनी का लाइसेंस जनवरी 2023 में ही खत्म हो चुका था। उसके बाद भी कंपनी मिलावटी दवाएं बाजार में बेच रही थी। पुलिस ने जब उसे पकड़ा तो कंपनी के स्टोर से भारी मात्रा में नकली दवाएं बरामद हुईं।