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बिलासपुर। तकनीकी शिक्षा एवं आवास मंत्री राजेश धर्माणी ने फेटी धार स्थित गोदड़िया सिद्ध मंदिर तक अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया और इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र को पर्यटन के लिहाज से उभारने के लिए एक बड़े पार्क के निर्माण की योजना पर काम किया जा रहा है।
राजेश धर्माणी ने कहा कि पनोह से गोदड़िया सिद्ध होते हुए त्यून किले तक एक पैदल ट्रैक विकसित किया जाएगा। इस कार्य के लिए वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह ट्रैक पनोह के पास फोरलेन से जोड़ा जाएगा, जिससे पर्यटकों की सुगम आवाजाही सुनिश्चित होगी। इस लंबे ट्रैक के बीच-बीच में पर्यटकों के आराम के लिए शेड बनाए जाएंगे।
इसके साथ ही उन्होंने भगेड़ से खरला, खुंगारे, बाग और पनोह होते हुए घने ओशल जंगल तक एक अन्य पैदल ट्रैक विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को इन दोनों ट्रैकों के निर्माण कार्य को शीघ्र आरंभ करने के आदेश दिए।
पर्यटन को बढ़ावा देने पर विशेष जोर
मंत्री ने कहा कि इन दोनों ट्रैकों के मध्य कई रमणीक स्थल एवं जल स्रोत मौजूद हैं, जहां पर्यटक बैठकर प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार का उद्देश्य इन क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देकर पर्यटकों को अधिक समय तक हिमाचल में रोकना और उन्हें ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाना है, ताकि स्थानीय लोगों को भी आर्थिक रूप से लाभ मिले।
उन्होंने कहा कि फोरलेन का वास्तविक लाभ बिलासपुर और घुमारवीं के लोगों को तभी मिलेगा, जब हम यहां पर्यटकों के लिए अतिरिक्त गतिविधियों की शुरुआत करेंगे। इसी सोच के तहत गोविंद सागर झील और आसपास के क्षेत्रों में भी नई पर्यटन गतिविधियां शुरू की गई हैं। धर्माणी ने कहा कि सरकार का मुख्य लक्ष्य बिलासपुर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करना है। इन परियोजनाओं के माध्यम से स्थानीय व्यवसायियों और निवासियों को सीधा लाभ मिलेगा और क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।