रामलाल ने कहा कि जब वीरभद्र सिंह पहली बार हिमाचल कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे, तब से उन्हें दो पदों उपाध्यक्ष और महासचिव पद पर ही कार्यभार दिया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं में सीएम पद के उम्मीदवार के लिए लगी होड़ भी पार्टी हित में नहीं है। सीएम पद के लिए चार-चार उम्मीदवार हैं।
राम लाल ठाकुर ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में पार्टी हाईकमान ने निर्देश दिए थे कि जो पदाधिकारी लंबे अरसे से एक ही पद पर बने हुए हैं, उन्हें अपना पद छोड़ देना चाहिए, ताकि दूसरों को आगे आने का मौका मिले।
उन्होंने कहा कि लंबे अरसे से वह प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष पद पर हैं, इसी के चलते इस पद से त्यागपत्र देंगे। उन्होंने कहा कि हाईकमान विधानसभा चुनाव में उन्हें उतारना नहीं चाहती तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह पार्टी संगठन में एक सच्च सिपाही की तरह काम करते रहेंगे। अन्य लोगों को भी इन पदों पर काम करने का मौका मिलना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि मैं 1972 से संगठन की सेवा कर रहा हूं। 1985 से पहले एनएसयूआई, युवा कांग्रेस में विभिन्न पदों पर काम किया। वर्ष 1985 के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव व उपाध्यक्ष के पद रहा हूं।
उन्होंने कहा कि लंबे अरसे से वह प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष पद पर हैं, इसी के चलते इस पद से त्यागपत्र देंगे। उन्होंने कहा कि हाईकमान विधानसभा चुनाव में उन्हें उतारना नहीं चाहती तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह पार्टी संगठन में एक सच्च सिपाही की तरह काम करते रहेंगे। अन्य लोगों को भी इन पदों पर काम करने का मौका मिलना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि मैं 1972 से संगठन की सेवा कर रहा हूं। 1985 से पहले एनएसयूआई, युवा कांग्रेस में विभिन्न पदों पर काम किया। वर्ष 1985 के बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी में महासचिव व उपाध्यक्ष के पद रहा हूं।