इस दौरान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जाएगी।एचआरटीसी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति के सचिव खमेंद्र गुप्ता ने कहा कि एचआरटीसी कर्मचारियों को छठे वेतन आयोग का लाभ नहीं दिया गया है। 36 महीने से पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों को ओवर टाइम का पैसा नहीं मिला है।
डीए की किस्त वर्ष 2018 से लंबित है। पेंशनरों और कर्मचारियों के चिकित्सा बिलों का भुगतान नहीं हुआ है। कर्मचारी लगातार प्रदेश सरकार से मांगें पूरी करने के लिए ज्ञापन सौंप रहे हैं, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से आश्वासन ही दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि एचआरटीसी चालक परिचालक-हड़ताल पर उतर आए हैं। वह दोपहर एक बजे कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं, बावजूद सरकार मांगें मानने को तैयार नहीं है। ऐसे में सात जून को एचआरटीसी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन होगा। इसमें सभी डिपो से कर्मचारी शिमला में जुटेंगे।