बता दें कि प्रदेश में AAP की एंट्री के बाद ये चर्चा जोरों शोरों से चल रही थी कि सरकार समय से पहले विधानसभा चुनाव करवा देगी। क्योंकि ऐसा माना जा रहा था कि सरकार AAP को हिमाचल में कदम नहीं जमाने देगी और इसके लिए वे समय से पहले ही चुनाव करवा सकते हैं। वहीं, AAP नेता भी कई बार इस बात को लेकर बयान दे चुके हैं कि सरकार हार के डर से तय समय से पहले ही चुनाव करवा सकती है। लेकिन अब सीएम जयराम ठाकुर के बयान के बाद इस तरह की सभी चर्चाओं पर विराम लग जाएगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सोमवार को भोरंज विधानसभा क्षेत्र में एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों ने सेवा करने का मौका दिया है और जब तक प्रदेश में आचार संहिता नहीं लग जाती वे जनता की सेवा करते रहेंगे। वहीं, मुख्यमंत्री ने सोलन के कसौली में हुई भीषणी आगजनी की घटना पर भी दुख जताया और कहा कि प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है। जहां जो भी मदद की जरूरत होगी वे की जाएगी।
वहीं, प्रदेश में चिकित्सकों की को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सकों की कमी चल रही है। लेकिन इस सरकार ने पहली बार इतिहास में 500 चिकित्सकों की भर्ती करने का बजट में प्रावधान किया है। जल्द ही इस कमी को पूरा कर लिया जाएगा। सीएम ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के पद भरने की प्रक्रिया भी शुरू होने जा रही है।
खालिस्तान के मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा की जा रही बयानबाजी पर बोलते हुए मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुडा मुददा है और इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि घटना घटित होने के बाद एसआईटी का गठन किया गया और जो भी दोषी लोग थे वे दोने के दोने सलाखों के पीछे हैं।