अभ्यर्थियों का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राज्य सचिवालय ही पहुंच गया। वहीं, डीजीपी संजय कुंडू का कहना है कि केवल व्हाट्सएप चैट के आधार पर ही पूरी परीक्षा पर सवाल करना सही नहीं है। इस आरोप के पीछे कोई ठोस तथ्य नहीं है। पुलिस ने यह परीक्षा फूल प्रूफ तरीके से ली है।
एक अभ्यर्थी ने राज्य सचिवालय के बाहर मीडिया से बातचीत में कहा कि इस बारे में एक चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस बारे में निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए कि सच क्या है। वायरल हुई चैट में पैसे के लेनदेन की भी बात है। अगर इसके पीछे सच्चाई होगी तो इससे लाखों लोगों का भविष्य बर्बाद होगा। अगर यह चैट जाली भी हो तो प्रशासन को इस बारे में कार्रवाई करनी चाहिए।
यह परीक्षा परिणाम आने के बाद वायरल हो रहा है। किसने इसे वायरल किया है, इसकी सच्चाई पता करनी चाहिए। जिलों से भी यह मांग आ रही है कि एक ही परिवार से चार-चार अभ्यर्थियों की भर्ती हो गई है। इससे पूर्व कुछ अभ्यर्थी राज्य पुलिस मुख्यालय भी जा चुके हैं। इस संबंध में इन अभ्यर्थियों ने मुख्य न्यायाधीश और मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजे हैं।