जयराम ठाकुर ने कहा कि बैड, ऑक्सीजन पीपीई किट और दवाओं की उपलब्धता के संबंध में तैयारियों की समीक्षा की जाए और राज्य सरकार द्वारा लगाए गए सभी प्रतिबंधों को सख्ती से लागू किया जाए।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञ अगले कुछ दिनों और हफ्तों में मामलों की संख्या में तेज वृद्धि की उम्मीद कर रहे थे इसलिए विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन की व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाए और होम आइसोलेशन के संशोधित दिशा-निर्देशों को लागू किया जाए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं ताकि होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों की नियमित रूप से निगरानी की जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की परेशानी होने पर मरीजों को तुरंत स्वास्थ्य संस्थानों में ले जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मरीजों को लाने-ले जाने का प्रभावी तंत्र विकसित किया जाना चाहिए ताकि मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को ऑक्सीजन सिलैंडर और अन्य आवश्यक उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए ताकि किसी भी आपात स्थिति में दहशत से बचा जा सके। उन्होंने 15 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों के टीकाकरण में तेजी लाने और स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को एहतियाती खुराक देने की आवश्यकता भी महसूस की।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को कोविड के उचित व्यवहार का पालन न करने वाले पर्यटकों पर नजर रखने और बकाएदारों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यटकों से राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर जारी एसओपी का सख्ती से पालन करने का भी आग्रह किया।
उन्होंने डीसी को यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का भी निर्देश दिया कि लोगों को बर्फ के कारण कोई असुविधा न हो और पानी और बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने कहा कि राज्य में विभिन्न एसओपी का पालन करने के लिए हितधारकों के साथ निरंतर जुड़ाव महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कोविड मरीजों की ट्रेसिंग और ट्रैकिंग पर अधिक जोर दिया जाना चाहिए। सचिव भरत खेड़ा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। उन्होंने कोविड-19 की प्रत्याशित तीसरी लहर के लिए तैयारियों की एक प्रस्तुति भी दी।
वहीं डीसी ने अपने-अपने जिलों में तीसरी लहर से निपटने को लेकर की गई तैयारियों के संबंध में उठाए गए कदमों पर भी प्रकाश डाला। इस दाैरान मुख्यमंत्री के साथ प्रमुख सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, विशेष सचिव सुदेश मोक्ता, मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हेमराज बैरवा, निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा और डॉ. रजनीश पठानिया भी मौजूद थे।