ऐसा भी माना जा रहा है कि संक्रमण की तीसरी लहर के आने के चलते बसों में यात्री भी बहुत कम हो चुके हैं। घाटे में चल रहे सभी रूटस को बंद करने का निर्णय लिया गया है। हिमाचल पथ परिवहन निगम को हो रहे घाटे को रोकने के लिए अधिकारियों ने फौरन उन बस रूटों को बंद करने का फैसला लिया जिनमें यात्रियों की संख्या बेहद कम या बिलकुल ही नहीं है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेश धीमान का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर के चलते एचआरटीसी को अपने दो दर्जन से ज्यादा बस रूटों को बंद करने का फैसला लेना पड़ा है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की परिस्थितियों के चलते बसों में यात्री बेहद कम हो चुके हैं, वहीं कुछ बस रूट ऐसे भी हैं जिनमें यात्री बिल्कुल भी नहीं है। लगातार घाटे में चल रहे बस रूट्स को निगम पर घाटे का बोझ कम करने के लिए बंद किया जा रहा है।
हिमाचल पथ परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेश धीमान का कहना है कि कोविड-19 की तीसरी लहर के चलते एचआरटीसी को अपने दो दर्जन से ज्यादा बस रूटों को बंद करने का फैसला लेना पड़ा है। उन्होंने कहा कि संक्रमण की परिस्थितियों के चलते बसों में यात्री बेहद कम हो चुके हैं, वहीं कुछ बस रूट ऐसे भी हैं जिनमें यात्री बिल्कुल भी नहीं है। लगातार घाटे में चल रहे बस रूट्स को निगम पर घाटे का बोझ कम करने के लिए बंद किया जा रहा है।
बंद किए गए 27 बस रूट में जिला के भीतर स्थानीय और अंतरराज्यीय बस रुट भी शामिल हैं। इनमे से कुछ रुट केवल छुट्टी वाले दिन ही बंद रहेंगे जबकि अन्य रुट आगामी आदेशों तक बंद किये गए है।
क्षेत्रीय प्रबंधक ने कहा कि जैसे ही परिस्थितियां सामान्य होती है एचआरटीसी के यह रुट दोबारा सड़कों पर सरपट दौड़ते नजर आएंगे। आरएम ने बताया कि बसों को सैनिटाइज करने का क्रम भी एक बार फिर से शुरू कर दिया गया है। जिसके तहत किसी भी रुट से आने वाली बस को सबसे पहले सैनिटाइज किया जाता है और उसके बाद ही उसे अगले रूट के लिए भेजा जा रहा है।