किसानों का कहना है कि जब तक कंगना किसानों व पंजाबियों पर दिए गए बयानों को लेकर माफी नहीं मांगती वह उन्हें जाने नहीं देंगे। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भी पहुंच गया है, लेकिन किसानों की बढ़ती संख्या के कारण यह नाकाफी साबित हो रही है। पुलिस किसानों को समझाने में जुटी हुई है।
बता दें, किसान आंदोलन को लेकर कंगना अपना बयानों से हमेशा विवादों में रही हैं। मामले में कंगना के खिलाफ कई शिकायतें भी दर्ज हैं। किसान आंदोलन की शुरुआत में कंगना ने ट्विटर पर एक पंजाबी वृद्ध महिला की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था कि ऐसे लोग 50-50 रुपये लेकर आंदोलन में पहुंच जाते हैं।
इसके बाद कंगना किसानों के निशाने पर आ गई थी। कंगना की इस टिप्पणी को लेकर महिला भी भड़क गई थी और कंगना के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी थी। विवादित बयानों व टिप्पणियों के कारण कंगना का ट्विटर अकाउंट भी सस्पेंड हो गया था।
अब जब पीएम नरेन्द्र मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी तब भी कंगना ने इस पर नाराजगी जताई थी। कंगना ने यहां तक कह दिया था कि अगर संसद में चुनी गई सरकार के बजाय लोगों ने सड़कों पर कानून बनाना शुरू कर दिया तो यह एक जिहादी राष्ट्र है।
उन सभी को बधाई जो ऐसा चाहते थे। कंगना के इस बयान के बाद एक बार फिर वह किसानों के निशाने पर आ गई थी। इस मामले में भी उनके खिलाफ कई पुलिस थानों में शिकायत दर्ज की गई। कई संगठनों ने उनसे पद्मश्री वापस लेने तक की मांग की गई।