जिला के अंतर्गत दि तलाई ग्राम सेवा सहकारी सभा के कथित घोटाले के बाद अब लोगों की धनराशि रिकवर होने की उम्मीद जगी है। इसे लेकर सहायक पंजीयक सहकारी सेवाएं विभाग के निरीक्षक द्वारा रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। इस रिपोर्ट के आधार पर संबंधित विभाग की ओर से आगामी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। सहायक पंजीयक सहकारी सेवाएं विभाग के निरीक्षक की ओर से अभी तक करीब तीन करोड़ रुपए के ऋणधारकों के दस्तावेज प्रारंभिक चरण में तैयार कर लिए हैं, जिनसे रिकवरी करने की तैयारी की जा रही है।
वहीं, ऋणधारकों की रिकवरी के बाद सहकारी सभा के कथित गड़बड़झाले का शिकार हुए लोगों को पैसा देना शुरू किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों की मानें तो दी तलाई ग्राम सेवा सहकारी सभा का वार्षिक आय-व्यय करीब एक अरब 25 करोड़ रुपए है। इसमें करीब 78 करोड़ रुपए ऋण की राशि के तौर पर है, जिसे विभिन्न ऋणधारकों से वसूल किया जाएगा।
विभागीय रिपोर्ट के मुताबिक 36,90, 69237 करोड़ रुपए की राशि को लेकर संशय बना हुआ है। लोगों को उनकी राशि का भुगतान करने के लिए लगभग तीन करोड़ रुपए के दस्तावेजों को तैयार किया गया है। हालांकि सहकारी सभा के पास करीब 15 करोड़ रुपए की अपनी संपत्ति भी है, जिसके माध्मय से भी विभाग लोगों की राशि की रिकवरी करवा सकता है। बताया जा रहा है कि करीब अढ़ाई हजार लोगों के पैसे सहकारी सभा में फंसे हुए हैं। इसमें करीब आधा दर्जन ऋण धारक ऐसे हैं,जिन्होंने करोड़ों के ऋण लिए हुए हैं।
78 करोड़ रुपए ऋण
सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं बिलासपुर राकेश कुमार ने बताया कि सहकारी सभा को लेकर निरीक्षक की ओर से रिपोर्ट तैयार की गई है, जिसे लेकर आगामी प्रक्रिया अपनाई जा रही है। सहकारी सभा की करीब 78 करोड़ रुपए ऋण की राशि के तौर पर है, जिसे विभिन्न ऋणधारकों से वसूल किया जाएगा। वहीं 36,90,69237 करोड़ रुपए की राशि को लेकर संशय बना हुआ है। लोगों को उनकी राशि का भुगतान करने को तीन करोड़ रुपए के दस्तावेजों को तैयार किया है।
संघर्ष समिति की बैठक 16 दिसंबर को
संघर्ष कमेटी के अध्यक्ष प्रकाश चंद ने बताया कि समिति की हर माह बैठक की जाती है, जिसमें इन मसलों पर चर्चा होती है। समिति की आगामी बैठक 16 दिसंबर को निर्धारित की गई है। सहकारी सभा के कई सदस्यों का निधन भी हो चुका है। वहीं, कुछ लोग कई तरह की समस्याओं के जूझ रहे हैं। अपने ही पैसे को उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैठक में इस तरह के मामलों को लेकर बैठक में चर्चा की जाएगी।