बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश में हिमाचल पथ परिवहन में कार्यरत पीस मील वर्कर अब एक बार फिर से अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर चले गए हैं। जिसके चलते अब निगम की वर्कशॉप में बसों का कोई भी काम नहीं किया जाएगा। वहीं, पीस मील वर्कर संघ ने सरकार व निगम प्रबंधन से मांग रखी है कि उन्हें जल्द से जल्द अनुबंध पर लाया जाए।
जिला बिलासपुर के एचआरटीसी वर्कशॉप में पीस मील कर्मचारी एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। पीस मील कर्मचारी जोगिंदर पाल का कहना है कि इससे पहले अगस्त माह में टूल डाउन स्ट्राइक की थी तथा स्वयं परिवहन मंत्री ने दस दिन में अनुबंध में लेने की बात कही थी। लेकिन इन कर्मचारियों को अभी तक अनुबंध में नहीं लिया गया।
इसके बाद दिवाली और 26 नवंबर का आश्वासन भी खोखला साबित हुआ। उनका कहना है कि एचआरटीसी के सभी कर्मचारियों के ऑर्डर कर दिए गए हैं। सिर्फ पीस मील कर्मचारियों के साथ हो रहे शोषण और अन्याय के कारण इन कर्मचारियों को मजबूरी में फिर से पूरे प्रदेश में टूल डाउन स्ट्राइक पर जाना पड़ रहा है।
जिसकी सूचना निगम निदेशालय को भी दे दी है। उनका साफ कहना है कि सरकार के कई बार के आश्वासनों के निष्फल होने के बाद पूरे प्रदेश के कर्मचारियों ने टूल डाउन स्ट्राइक शुरू कर दी है।
कर्मचारी जोगिंदर पाल व अन्य पीसमील कर्मचारियों का कहना है जब तक इनके कांट्रैक्ट के ऑर्डर नहीं आएंगे तब तक ये कर्मचारी ऐसे ही कार्यशाला में बैठे रहेंगे और कार्य नहीं करेंगे। उन्होंने निगम बीओडी की 128वीं बैठक में निर्धारित नीति को बहाल करने और सभी मील वर्करों को एकमुश्त अनुबंध में लाने की मांग दोहराई।