जानकारी के अनुसार परिचालक ने बताया कि मुझे HRTC बिलासपुर सहायक अड्डा प्रभारी (परिचालक) के द्वारा ड्यूटी के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है और हर बार बदतमीजी से बात करता है । जिसके कारण मुझे मजबूरन इस्तीफा देना पड़ रहा है ।
इस्तीफे में क्या लिखा गया :
इसमें परिचालक ने लिखा है कि सहायक अड्डा प्रभारी (परिचालक) मुझे ड्यूटी के लिए हर बार तंग करता है । जिसके कारण मैं मानसिक रूप से परेशान हूँ । परिचालक का कहना है कि मेरे माता- पिता बीमार रहते है मेरे पिता जी को दिल का दौरा पड़ चुका है । जिसके कारण घर की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है । मैंने सहायक अड्डा प्रभारी (परिचालक) से निवेदन किया था कि मुझे दिन में चलने वाले रुट्स पर चलाया जाए । जिससे मैं अपनी नौकरी के साथ साथ अपने बुजुर्ग माता पिता का ख्याल भी रख सकूं। परंतु सहायक अड्डा प्रभारी परिचालक मेरी ड्यूटी से हर बार छेड़छाड़ करते है जिससे मैं बहुत परेशान हो गया हूँ और इस नौकरी को छोड़ने के लिए मजबूर हो गया हूँ ।
परिचालक ने यह भी कहा कि इस बर्तमान समय में बेरोजगारी बहुत बड़ी समस्या है जिससे मैं नौकरी नहीं छोड़ना चाहता था । परंतु सहायक अड्डा प्रभारी (परिचालक) के इस तानाशाही रवैये से मानसिक रूप से परेशान हो गया हूँ और नौकरी छोड़ने को मजबूर हो गया हूँ ।
यदि सहायक अड्डा प्रभारी (परिचालक) को उक्त पद नहीं हटाया गया तो मैं इस्तीफा देने के लिए बाध्य हो जाऊंगा ।
अगर इस बीच मेरी नौकरी की वजह से मुझे व मेरे परिवार में कोई अनहोनी होती है । उसकी पूर्ण रूप से जिम्मेदारी सहायक अड्डा प्रभारी (परिचालक) की होगी ।
अब देखना ये होगा कि एचआरटीसी प्रबन्धन इस विषय में क्या कार्यवाही करती है ? अगर यही रवैया चलता रहा तो आज इस बेरोजगारी के समय में इस परिचालक ने नौकरी से इस्तीफा देने का कदम उठाया है । आने वाले समय में शायद अन्य परिचालकों के साथ भी ऐसा हो सकता है ।
माननीय परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर से निवेदन रहेगा कि इस विषय मे कार्यवाही की जाए जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति पैदा ना हो सके ।