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बिलासपुर, 18 जुलाई। शक्तिपीठ श्री नयनादेवी जी में श्रावण अष्टमी मेला इस वर्ष 25 जुलाई से 5 अगस्त तक पारंपरिक श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ आयोजित किया जाएगा। मेले की तैयारियों को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त ओम कांत ठाकुर की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें सभी संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि मेले की लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मेले से दो दिन पूर्व तक शेष आवश्यक कार्य पूर्ण करें ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु इस बार विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। पंजाब की ओर से आने वाले बड़े वाहनों के लिए समुचित पार्किंग की व्यवस्था कर दी गई है। दर्शन के लिए प्रतीक्षा कर रहे श्रद्धालुओं को छाया और विश्राम सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से जर्मन हैंगर लगाए जाएंगे। मंदिर से पहले स्वच्छ और पर्याप्त शौचालयों की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
भीड़ प्रबंधन के लिए बस स्टैंड पर एक समय में केवल तीन बसें ही खड़ी रहने की व्यवस्था की गई है। मेले के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से समूचे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जाएंगे, वहीं मंदिर परिसर में क्राउड एनालिटिक्स कैमरे भी लगाए जाएंगे ताकि भीड़ की निगरानी और नियंत्रण में सहायता मिल सके।
रात्रि समय में श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुरक्षित बनाने के लिए मंदिर से जुड़े सभी रास्तों और संपर्क मार्गों पर स्ट्रीट लाइट्स की व्यवस्था पूरी कर ली गई है। नगर परिषद के अधिकारियों और कर्मचारियों को स्वच्छता बनाए रखने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, मेले के दौरान पॉलिथीन के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। श्रद्धालुओं को उचित दरों पर पार्किंग सुविधा मिल सके, इसके लिए निर्धारित दरों को बड़े-बड़े डिस्प्ले बोर्डों के माध्यम से स्पष्ट रूप से दर्शाया जाएगा।
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने हेतु 6 स्थायी और 6 अस्थायी स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की जाएगी, जो चौबीसों घंटे सेवाएं प्रदान करेंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्स बिलासपुर व आनंदपुर साहिब तक त्वरित एम्बुलेंस रेस्क्यू के लिए रोड प्लान तैयार किया गया है। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि श्रद्धालुओं को मेले के दौरान बेहतर सुविधा, सुरक्षा और स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराना प्रशासन व मंदिर न्यास की सर्वोच्च प्राथमिकता है।