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शिमला। हिमाचल प्रदेश में कर्मचारियों को 15 अगस्त पर डीए और एरियर को लेकर मचे बवाल के दौरान कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। जिसके बाद सचिवालय के कर्मचारी नेताओं को सरकार द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी हुआ। अब खबर आ रही है कि आंदोलन के दौरान की गईं टिप्पणियों को लेकर 6 कर्मचारी ने नेताओं के खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया गया है।
बढ़ गई कर्मचारियों की दिक्कतें
विशेषाधिकार हनन करने के मामले में प्रदेश सचिवालय के 6 कर्मचारी नेताओं की दिक्कतें बढ़ गई हैं। प्रिविलेज मोशन की कार्रवाई को शुरू करने की खबर भी सामने आ रही है। जिसके बाद 6 कर्मचारियों की परेशानियां जरूर बढ़ेंगी।
कर्मचारी नेताओं ने की थी ये टिप्पणियां
बता दें कि कर्मचारियों द्वारा सरकार के खिलाफ खोले गए आंदोलन में सरकार में मंत्री राजेश धर्माणी को का नाम लेकर उन्हें ललकारा था। जिसके बाद हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं संगठन एवं सचिवालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष संजीव शर्मा, महासचिव कमल किशोर शर्मा के साथ ही सचिवालय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संगठन, चालक संघ और अन्य एसोसिएशन से जुड़े नेताओं के खिलाफ प्रिविलेज मोशन लाया गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी वीडियो
आंदोलन के दौरान डीए व संशोधित वेतनमान का एरियर जारी करने की मांग को लेकर कर्मचारियों ने जनरल हाऊस बुलाया था। जिसमें सरकार पर भी कई कर्मचारी नेताओं ने टिप्पणी की थी। इससे जुड़े वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। जिसके बाद कंडक्ट रूल के तहत 6 कर्मचारी नेताओं को नोटिस भी जारी किए गए थे।
कर्मचारियों ने दिए थे जवाब
कंडक्ट रूल के तहत कर्मचारी नेताओं को मिले नोटिस का जवाब भी दिया जा चुका था। जिसके बाद संबंधित कर्मचारी नेताओं पर सरकार एक्शन लेने के मोड में आ चुकी है। हालांकि विधानसभा के मानसून सत्र तक कर्मचारियों ने अपना आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया था। हालांकि इस खबर के बाद अब कर्मचारी संघ क्या करता है यह देखने वाला विषय रहेगा।