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शिमला, 23 फरवरी: सड़क के उद्घाटन पर हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह और मंत्री विक्रमादित्य सिंह आमने सामने हो गए हैं। पहले सीएम दफ्तर की तरफ से जेई को नोटिस भेजा गया था। अब नोटिस भेजने वाले पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर इन चीफ को मंत्री की तरफ से नोटिस भेजा गया है। ऐसे में अब सड़क के उद्घाटन को लेकर सीएम और मंत्री में तकरार देखने को मिल रही है।
जानकारी के अनुसार, मंडी जिले का यह मामला है। शुक्रवार को उद्घाटन पर नोटिस पर बवाल पर लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने विभाग के इंजीनियर इन चीफ पर सख्ती दिखाई और उनसे लिखित में स्पष्टीकरण मांगा गया है।
नोटिस में कहा गया है कि मंत्री को बिना पूछे जूनियर अधिकारियों को कैसे नोटिस जारी किया। कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मंत्री उद्घाटन के लिए स्वतंत्र हैं। सदन में इस मुद्दे पर जमकर बहस हुई। पूरे मामले पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल विधानसभा में कहा कि सभी मंत्री स्वतंत्र हैं हालांकि, 1 करोड़ से ऊपर की परियोजना के उद्घाटन के लिए सीएम कार्यालय से परमिशन लेनी पड़ती है।
नोटिस पर भाजपा विधायक राकेश जमवाल ने कहा कि होलीलॉज और सीएम ठाकुर सुखविंदर सिंह में राजनीतिक प्रतिद्वंदता के बीच अधिकारियों को प्रताड़ित ना किया जाए। अधिकारी वही करेंगे, जो विभाग का मंत्री कहेगा। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन में कहा कि विपक्ष सरकार के अधिकार क्षेत्र में हस्तक्षेप न करे, किसी अधिकारी को नोटिस देना न देना सरकार का काम है।
भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार ने कहा कि यह नोटिस मंत्री की शक्तियों पर प्रश्नचिन्ह है। इसके अलावा, यह नोटिस कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की शक्तियों पर भी प्रश्नचिन्ह है।
क्या है पूरा मामला: तीन फरवरी को कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह और उनकी माता प्रतिभा सिंह ने मंडी जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र में 107 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया था। इस मामले में थलौट मंडल के एक्सईएन को नोटिस भेजा गया है।