राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मेट्रो की तर्ज पर DTC और क्लस्टर स्कीम की बसों में भी WhatsApp आधारित टिकटिंग सिस्टम शुरू करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए टाईअप हो चुका है और चार हफ्ते में इस सिस्टम को लागू करने की योजना है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते तक बसों में यह सिस्टम लागू हो जाएगा. इससे बस यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी और वे बस में सवार होने से पहले ही टिकट खरीद सकेंगे.
यात्रियों को होंगे ये फायदे: इस व्यवस्था से यात्रियों को टिकट संभालकर रखने और खुले पैसे साथ लेकर चलने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी. हालाकि, यह एक वैकल्पिक टिकटिंग सिस्टम ही होगा और जो लोग चाहेंगे, वही इसका इस्तेमाल करेंगे. अन्य लोगों के लिए पहले की तरह ही बसों में टिकटिंग के अन्य माध्यम खुलें रहेंगे.
परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि बस में सफर करते वक्त यात्रियों को इस टिकट को वेलिडेट भी करवाना होगा. लोग या तो बस कंडक्टर के पास मौजूद POIS मशीनों के जरिए इसे वेलिडेट करा सकेंगे या बस कंडक्टर की सीट के पास लगाए जाने वाले एक यूनिवर्सिल QR कोड को अपने फोन के कैमरे से स्कैन करके अपने टिकट को वेलिडेट कर सकेंगे. बस परिचालक यह सुनिश्चित करेंगे कि यात्री उस स्टॉप से आगे ना जाएं, जहां तक जाने के लिए उन्होंने टिकट बुक किया है. इसके लिए उन्हें स्पेशल प्रशिक्षण दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि दिल्ली मेट्रो में WhatsApp टिकटिंग सिस्टम को शुरू करने के लिए डीएमआरसी ने WhatsApp के साथ जो कॉन्ट्रैक्ट किया था, उसी को एक्सटेंड करके अब बसों में भी यह टिकटिंग सिस्टम लागू किया जाएगा. इससे भविष्य में बसों और मेट्रो में कॉमन टिकट सिस्टम लागू करने में भी काफी मदद मिलेगी.