मंडी, 10 अक्तूबर - पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता कौल सिंह ने कहा कि जयराम ठाकुर गलतफहमी में न रहें, कई सीएम चुनाव हारते देखे हैं। कौल सिंह रविवार को सामुदायिक भवन पधर के खेल मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार भ्रष्टाचार की दलदल में डूबी है। कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से आम लोगों सहित युवा वर्ग भी हताश है। प्रदेश कर्ज के बोझ में दबा है। बावजूद इसके जयराम सरकार ने फिजूलखर्ची की सारी हदें पार कर दी हैं।
करोड़ों रुपये विज्ञापनों पर खर्चे जा रहे हैं। बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाकर सरकारी धन की बरबादी की जा रही है। जल जीवन मिशन के तहत सबसे बड़ा घोटाला सरकार के इस कार्यकाल में हुआ है। कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही इसकी जांच करवाएगी। भाजपा सरकार के पांच साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी बढ़ी है। प्रदेश में वर्तमान में डेढ़ लाख से अधिक पद विभिन्न विभागों में रिक्त हैं।
डीए और अन्य भत्ते देना तो दूर, कर्मचारियों को वेतन के लाले पड़े हैं। चुनावों के समय में लोगों को गुमराह करने के लिए झूठी घोषणाएं सरकार कर रही है। कौल सिंह ने कहा कि वीरभद्र सिंह के बाद वह प्रदेश में कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेता हैं। पार्टी के सभी पदों पर विराजमान अन्य नेताओं का मान-सम्मान करते हैं। पार्टी पूरी तरह एकजुट है। कहा कि द्रंग की जनता ने उन्हें आठ बार विधायक चुनकर विधानसभा में भेजा है।
प्रदेश सरकार की उल्टी गिनती शुरू: प्रतिभा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सांसद प्रतिभा सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव करीब आते ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर हर रोज करोड़ों की घोषणाएं कर रहे हैं। कहा कि एक तरफ सरकार अपने दैनिक खर्चे चलाने के लिए ऋण ले रही है, दूसरी ओर मुख्यमंत्री बिना बजट के घोषणाएं कर रहे हैं। प्रदेश 70 हजार करोड़ के कर्ज में डूबा हुआ है। मुख्यमंत्री सरकारी तंत्र और धन का दुरुपयोग कर चुनावी रैलियों में मस्त हैं।
प्रदेशाध्यक्ष ने जारी बयान में हैरानी जताई कि मुख्यमंत्री आए दिन मंत्रिमंडल की बैठकों में बिना बजट प्रावधान बड़े-बड़े फैसले ले रहे हैं। प्रदेश पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। बढ़ते कर्ज में राहत के लिए एक भी पैसे की मदद नहीं मिल रही है। उन्होंने शंका जताई है कि उन्हें लगता है कि मुख्यमंत्री यह सब घोषणाएं एक रुपये के टोकन मनी में कर रहे हैं। मुख्यमंत्री प्रदेश के लोगों को गुमराह नहीं कर सकते।