योजना से एक करोड़ रुपये तक की परियोजनाओं के लिए जहां पुरुषों को 25 प्रतिशत का निवेश उपदान देते हैं। महिलाओं के लिए यह दर 35 प्रतिशत है। योजना के अंतर्गत 5 प्रतिशत की दर से तीन वर्षों तक ब्याज उपदान दे रहे हैं। इस योजना के लिए 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के पुरुष और 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं पात्र हैं। मंत्री ने कहा कि कुल्लू जिला के भुंतर की सुरूचि भानु इस योजना से जुड़कर आत्मनिर्भर बनी हैं।
2021 में जिम खोलने के लिए लगभग 40 लाख रुपये का ऋण स्वीकृत करवाया। आज उनके जिम में 51 युवा शारीरिक फिटनेस ट्रेनिंग ले रहे हैं। इनमें से कुछ युवा पुलिस बल और सेना में भर्ती होने की तैयारियां कर रहे हैं।
संजना ने योजना से रेस्तरां शुरू करने के लिए 11.50 लाख रुपये का ऋण लिया। उन्हें साढ़े तीन लाख रुपये का उपदान मिला। आज संजना 80 हजार रुपये प्रतिमाह की आमदनी अर्जित कर रही हैं। उन्होंने 11 लोगों को रोजगार भी दिया है। इस योजना से महिलाओं के हुनर को नई पहचान मिल रही है।
अब तक 4,377 इकाइयां स्थापित
योजना के अंतर्गत राज्य में अब तक कुल 4,377 इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं। 200 करोड़ रुपये उपदान के रूप में प्रदान किए गए हैं। योजना से 1,969 महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। राज्य में बैंकों से कुल 6,927 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। कांगड़ा जिला की 273, सोलन 236, ऊना 215, मंडी 209, सिरमौर 200, हमीरपुर 194, शिमला 184, बिलासपुर 171, कुल्लू 152, चंबा 61, किन्नौर 48 और लाहौल स्पीति की 26 महिला उद्यमी लाभान्वित हुई हैं।
अब तक 4,377 इकाइयां स्थापित
योजना के अंतर्गत राज्य में अब तक कुल 4,377 इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं। 200 करोड़ रुपये उपदान के रूप में प्रदान किए गए हैं। योजना से 1,969 महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। राज्य में बैंकों से कुल 6,927 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। कांगड़ा जिला की 273, सोलन 236, ऊना 215, मंडी 209, सिरमौर 200, हमीरपुर 194, शिमला 184, बिलासपुर 171, कुल्लू 152, चंबा 61, किन्नौर 48 और लाहौल स्पीति की 26 महिला उद्यमी लाभान्वित हुई हैं।