इसके अलावा पलचान व बाहंग के आसपास नदी किनारे बना एक रेस्तरां, खोखों सहित कुछ वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है।
बादल फटने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर एकाएक बढ़ने से नदी किनारे रहने वाले लोग रातभर नहीं सो पाए। उपमंडलाधिकारी मनाली सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि प्रशासन नुकसान का आकलन करने में जुट गया है।
वहीं लाहौल में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेलिंग नाला में भारी बारिश से बाढ़ आ गई। इससे मनाली-लेह मार्ग करीब पांच घंटे तक बंद रहा। सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल शबरीश वाचली ने कहा कि बाढ़ सोमवार सुबह करीब 5:00 बजे के आसपास आई थी। अब मलबा हटाकर मार्ग को खोल दिया है।