एनजीटी के आदेश पर रोहतांग दर्रा के लिए पर्यटकों को ऑनलाइन परमिट के बाद ही जाने की अनुमति है। एक दिन में 1200 वाहन ही रोहतांग जा सकते हैं। 1200 परमिट जारी करने के बाद ऑनलाइन साइट खुद ही बंद हो जाती है। बिना परमिट कई लोगों के रोहतांग की ओर जाने की आशंका रहती है। प्रशासन की मानें गुलाबा बैरियर ऑनलाइन होने के बाद यहां से गुजरने वाले वाहनों का डाटा कंप्यूटर में दर्ज हो जाएगा। एक दिन में कितने परमिट जारी हुए थे और कितने वाहन रोहतांग के लिए गए, इसका पूरा आंकड़ा उपलब्ध होने के बाद फर्जी तौर पर बिना परमिट के जाने वाले वाहनों को ट्रेस करने में आसानी होगी।
पर्यटन सीजन में परमिट के लिए करनी पड़ती है जद्दोजहद
पर्यटन सीजन के दौरान बर्फ देखने की चाह में मनाली आने वाले पर्यटक रोहतांग जाने के लिए आतुर रहते हैं। ऑनलाइन परमिट लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। कुछ देर में ही ऑनलाइन साइट का स्लॉट बुक हो जाता है। इससे कई पर्यटकों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।
गुलाबा में लगा बैरियर ऑनलाइन किया गया है। बैरियर पर दो एएनपीआर कैमरे लगाए हैं। कैमरे बैरियर से गुजरने वाले वाहनों के नंबर रिकॉर्ड कर कंप्यूटर में दर्ज करेंगे। यह डाटा उपायुक्त कार्यालय कुल्लू, एसडीएम कार्यालय मनाली और जिला पर्यटन अधिकारी के कार्यालय में पहुंच जाएगा। रोहतांग जाने के लिए जारी परमिट से अधिक वाहन रोहतांग की ओर जाते हैं तो बिना परमिट जाने वाले वाहनों को आसानी से ट्रेस किया जा सकेगा। - डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम मनाली एवं जिला पर्यटन अधिकारी
पर्यटन सीजन के दौरान बर्फ देखने की चाह में मनाली आने वाले पर्यटक रोहतांग जाने के लिए आतुर रहते हैं। ऑनलाइन परमिट लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। कुछ देर में ही ऑनलाइन साइट का स्लॉट बुक हो जाता है। इससे कई पर्यटकों को लंबा इंतजार करना पड़ता है।
गुलाबा में लगा बैरियर ऑनलाइन किया गया है। बैरियर पर दो एएनपीआर कैमरे लगाए हैं। कैमरे बैरियर से गुजरने वाले वाहनों के नंबर रिकॉर्ड कर कंप्यूटर में दर्ज करेंगे। यह डाटा उपायुक्त कार्यालय कुल्लू, एसडीएम कार्यालय मनाली और जिला पर्यटन अधिकारी के कार्यालय में पहुंच जाएगा। रोहतांग जाने के लिए जारी परमिट से अधिक वाहन रोहतांग की ओर जाते हैं तो बिना परमिट जाने वाले वाहनों को आसानी से ट्रेस किया जा सकेगा। - डॉ. सुरेंद्र ठाकुर, एसडीएम मनाली एवं जिला पर्यटन अधिकारी