अनाज मंडी के उद्घाटन के बाद मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश में अनाज मंडियों में सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए सरकार प्रयासरत है। प्रदेश की मंडियों में 250 करोड़ रुपये की लागत से अधोसंरचना तैयार की जा रही है। प्रदेश सरकार सभी वर्गों के हितों के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने मजारी खड्ड की सफाई के लिए 5 लाख रुपये, मजारी से थलु सड़क के लिए 11 लाख रुपये, मजारी खड्ड के तटीकरण के लिए 50 लाख रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने मजारी में पशु औषधालय को स्तरोन्नत करने के लिए मामला कैबिनेट में ले जाने का आश्वासन दिया। गंभीरपुर संपर्क सड़क के लिए 9 लाख रुपये देने की घोषणा की। मजारी में ट्रांसफार्मर को अपग्रेड करने के भी मंत्री ने निर्देश दिए।
प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बोर्ड के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने अनाज मंडी के उद्घाटन के लिए मंत्री वीरेंद्र कंवर का आभार जताया। उन्होंने कहा कि किसानों को अब अनाज बेचने के लिए पंजाब नहीं जाना पड़ेगा। रणधीर शर्मा ने स्थानीय मांगों को प्रमुखता से मंत्री के समक्ष उठाया और उनको पूरा करने का आग्रह किया। स्थानीय पंचायत प्रधान जसवीर सिंह और नंबरदार स्वर्ण सिंह ने भी क्षेत्र की समस्याओं को मंत्री के समक्ष उठाया।
प्रदेश कृषि विपणन बोर्ड के एमडी नरेश ठाकुर ने कहा कि मंडी को रिकॉर्ड समय में तैयार किया गया है।
इस अवसर पर कृषि विपणन बोर्ड के अधिशासी अभियंता विजय चौहान, जिला परिषद सदस्य मान सिंह धीमान, पंचायत प्रधान जगदीश, एपीएमसी सचिव संदीप गौतम मौजूद रहे।
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गेहूं बचने के लिए लोकमित्र केंद्र में करवाना होगा पंजीकरण
मजारी अनाज मंडी में भारतीय खाद्य निगम ने इस सीजन दस हजार क्विंटल गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा है। यदि लक्ष्य से अधिक गेहूं आती है तो उसे भी खरीदा जाएगा। इस अनाज मंडी में बिलासपुर जिले के सभी किसान गेहूं बेच सकते हैं। किसानों को लोक मित्र केंद्र में जाकर https://hpappp.nic.in पोर्टल पर अपना खसरा नंबर, नाम, मोबाइल नंबर आदि दर्ज करवाना होगा। साइट का लॉगिन हलका पटवारी या कृषि विभाग के पास आएगा। इसके बाद पटवारी या कृषि विभाग के अधिकारी रिकॉर्ड का सत्यापन करेंगे। इसके बाद किसान को लोकमित्र केंद्र से टोकन के रूप में अनाज मंडी में गेहूं बेचने के लिए तारीख और समय दिया जाएगा। यह सब प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, जो 15 से 20 मिनट में पूरी हो जाएगी।