बीते कुछ महीनों से दुनिया भर में कोरोना से मिली राहत के फिर एक बार खत्म होने का डर पैदा हो गया है। द. अफ्रीका में पहली बार पाए गए ओमिक्रॉन वेरिएंट के तेजी से पैर पसारने का खतरा है और इसके चलते भारत जैसे देशों में बड़ा संकट पैदा हो सकता है। कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया, जर्मनी समेत 13 देशों में पहुंच चुका है।
यह स्थिति तब है, जब ज्यादातर देश ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए ट्रैवल बैन लागू कर चुके हैं। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी इसे लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि इसका रिस्क बहुत हाई है और कुछ इलाकों में यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। डब्ल्यूएचओ ने चेतावनी दी है कि नया वेरिएंट दुनिया के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। अगर इस वेरिएंट के चलते कोरोना संक्रमण तेज हुआ, तो इसके नतीजे खतरनाक होंगे।
डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि अभी तक इस वेरिएंट से एक भी मौत की पुष्टि नहीं हुई है। अभी तक यह भी साफ नहीं हुआ है कि ये वेरिएंट कितना संक्रामक और घातक है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने अपने 194 सदस्य देशों को दी सलाह में कहा कि वे वैक्सीनेशन के अभियान को तेज रखें।
WHO ने कहा कि ओमिक्रॉन के बहुत ज्यादा म्यूटेंट्स हैं। इनमें से कुछ ऐसे हैं, जो बड़ा विस्फोट कर सकते हैं। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि ओमिक्रॉन के वैक्सीन से मिली इम्युनिटी को भी मात देने की आशंका को लेकर जांच करनी होगी।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में इस बारे में और डाटा सामने आएगा, इससे तस्वीर ज्यादा सही सामने आएगी। इस बीच महामारी विज्ञानियों का अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक द.अफ्रीका में ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते हर दिन 10,000 तक नए केस मिल सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका की आबादी को देखते हुए यह बड़ा आंकड़ा है।
द. अफ्रीका के एक्सपर्ट डा. सलीम अब्दुल करीम ने कहा कि हमारा अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक हम दर दिन 10,000 के करीब केसों तक पहुंच सकते हैं। बता दें कि ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला केस बोत्सवाना में मिला था। दक्षिण अफ्रीका में पहली बार इसकी सीक्वेंसिग की गई। इसके बाद ये हांगकांग, ब्रिटेन, जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम, इजरायल, चेक रिपब्लिक, आस्ट्रेलिया, पुर्तगाल और कनाडा तक पहुंच चुका है।
पुर्तगाल फुटबॉल टीम के 13 खिलाड़ी पॉजिटिव
पुर्तगाल की फुटबॉल टीम के 13 खिलाड़ी कोरोना के ओमिक्रोन वेरिएंट से पॉजिटिव पाए गए हैं। पुर्तगाल के नेशनल हैल्थ इंस्टच्यूट ने कहा कि जिन लोगों को पॉजिटिव पाया गया है, उममें से एक शख्स हाल ही में द. अफ्रीका गया था। द. अफ्रीका में ही ओमिक्रोन वेरिएंट का पहला केस दर्ज किया गया था। अन्य खिलाडिय़ों ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा नहीं किया था, इसलिए माना जा रहा है कि यह लोकल ट्रांसमिशन का पहला मामला है।
तेलंगाना में एक स्कूल की 45 छात्राएं कोरोना से संक्रमित
हैदराबाद। तेलंगाना के एक स्कूल में कोरोना के 40 से अधिक मामले सामने आए हैं। राज्य के सांगा रेड्डी जिला के महात्मा ज्योतिबा फुले पिछड़ा वर्ग कल्याण स्कूल की 45 छात्राएं कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। एक शिक्षक भी इस महामारी से पीडि़त हैं। संगारेड्डी जिला के डीएम और एचओ डा. गायत्री के अमुसार, छात्रों को आइसोलेशन में रखा गया है और उनका इलाज किया जा रहा है। तेलंगाना सरकार ने कहा कि उसने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए निगरानी प्रणाली को मजबूत किया है और टीमों को सतर्क कर दिया है।
यात्राओं पर अनुचित प्रतिबंध तत्काल हटाएं
प्रिटोरिया। कोरोना महामारी का नया खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रॉन इस वक्त पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। दक्षिण अफ्रीका में इसका पहला मामला सामने आने के बाद दुनिया के तमाम देश इसके संक्रमण से बचाव की दृष्टि से यात्राओं पर प्रतिबंध लगा रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने इसे ‘अनुचित करार दिया है और प्रतिबंध को तत्काल हटा लिए जाने का आह्वान किया है।
यात्रा बैन करने वाले देशों को फटकार
जेनेवा। दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मिलने से दुनियाभर में हड़कंप मच गया है। ओमिक्रॉन की वजह से फिर पाबंदियों के दिन लौट आए हैं, कोई देश अफ्रीकी देशों पर यात्रा प्रतिबंध लगा रहा है, तो कोई अपनी सीमाओं को सील कर रहा है। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका कई देशों द्वारा बैन किए जाने से नाराज है।
अब डब्ल्यूएचओ ने भी दक्षिण अफ्रीका का साथ दिया है और अफ्रीकी देशों को बैन करने वाले देशों की कड़ी आलोचना कर उन्हें फटकार लगाई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया भर के देशों से नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चिंताओं के कारण दक्षिणी अफ्रीकी देशों पर उड़ान प्रतिबंध नहीं लगाने को कहा है। अफ्रीका के लिए डब्ल्यूएचओ के क्षेत्रीय निदेशक मात्शिदिसो मोएती ने देशों से यात्रा प्रतिबंधों का उपयोग करने से बचने के लिए विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों का पालन करने का आह्वान किया।